जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————– गज़ल माना कि आज हम अपनों से ठगे हुए...
कवि/शाइर जीके पिपिल
जीके पिपिल देहरादून,उत्तराखंड —————————————————————— गज़ल वो इस क़दर इम्तिहान दर इम्तिहान लेते गए मछली...
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ————————————————————- आज़ वो किसी तार्रुफ का मोहताज नहीं रहा वो...
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————– गज़ल मुकम्मल खसारा करके अभी भी सरमाया ढूंढता है...
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————– गज़ल मुददत से रिहाई की आस में हूं अपने...
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————– कहीं ऐसी भी दीवाली है बाज़ार भरे हैं खुशियों...
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखण्ड ———————————————- गज़ल ज़िंदगी में और कुछ तो नहीं बस यही...
जीके पिपिल देहरादून,उत्तराखंड ———————————————– गज़ल जैसे दरिया सामने हो और लब पर प्यास नहीं...
जीके पिपिल देहरादून ————————————————- ग़ज़ल कविता सुनना और सुनाना तो सिर्फ़ बहाना है असल...
जीके पिपिल देहरादून —————————————————————————————————————————— ग़ज़ल किनारों पर भी चलता हूं तो भंवर सा लगता...