December 25, 2024

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उत्तराखंड: चीन की सीमा तक बन गई सड़कें, जा सकेंगे सेना के बड़े वाहन

-उत्तरकाशी जनपद में सड़क से चीन की सीमा अब मात्र 200-300 मीटर दूर रह गई है। बीआरओ सड़क बनाने के काम में जुटा हुआ है। एक सड़क बनकर लगभग तैयार है। जल्द ही दूसरी सड़क भी बन जायेगी।

बीआरओ चीन सीमा पर सड़कों का जाल बिछा रहा है। चीन सीमा के 200 मीटर समीप तक सड़क निर्माण किया जा चुका है। अब इस नवनिर्मित सड़क पर ब्लैक टॉप का कार्य किया जाना है। इसके अलावा एक और सड़क निर्माणाधीन है जिसे भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।

चीन सीमा पर बीआरओ कई सड़कों का निर्माण कर रहा है। बीआरओ के दो प्रोजेक्ट को इस वर्ष मंजूरी मिली थी, इनमें एक सड़क 16 किमी और दूसरी 17 किमी लंबी थी। 16 किमी लंबी सड़क पर इस वर्ष जुलाई से काम शुरू हुआ था, इसकी कटिंग का काम पूरा हो चुका है। अब इस पर ब्लैक टॉप का काम होना है। सड़क के अंतिम छोर से मात्र 200 मीटर आगे चीन सीमा है। 17 किमी लंबी सड़क पर भी कटिंग का काफी काम हो चुका है। इस सड़क के अंतिम छोर से भी मात्र 300 मीटर आगे चीन सीमा है।

बीआरओ का कहना है कि जल्द ही सड़क बनाने का काम पूरा हो जाएगा। भैरव घाटी से नेलांग तक 23 किमी का सड़क के निर्माण का काम पूरा हो गया है। इस क्षेत्र में सात मीटर ब्लैक टॉप सड़क का निर्माण किया गया है, अब इसमें सेना के बड़े वाहन क्षेत्र में आवाजाही कर सकते हैं।

पागल नाले पर एक पुल बनकर तैयार

बीआरओ सीमा पर कई पुल भी बना रहा है। पागल नाले पर एक पुल बनकर तैयार हो गया है। उसका एक महीने पहले उद्घाटन हुआ है। अभी और चार पुलों का काम चल रहा है। भारत माला प्रोजेक्ट के तहत मंडी तक डबल लेन सड़क का निर्माण होगा। जल्दी ही इसकी डीपीआर तैयार की जाएगी।

काम पूरा, सड़क का होना है उद्घाटन

बीआरओ के मेजर बीनू वीसी का कहना है कि बार्डर पर कुछ सड़कें बनाने की मंजूरी मिली थी, सड़कों की कटिंग का काम चल रहा है। एक सड़क की कटिंग का काम पूरा हो चुका है। भैरव घाटी से नेलांग तक काम पूरा हो गया है। अब इस सड़क का उद्घाटन होना है।

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