-उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद के तत्वावधान में राजभवन परिसर में किया गया राज्यस्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन। विजेता प्रतिभागियों को कल (26 अप्रैल) को राज्यपाल पुरस्कृत करेंगे।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद के तत्वावधान में राज्यस्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता विभिन्न आयुवर्ग की सामान्य व विशेष (शारीरिक व मानसिक रूप से अक्षम) के बच्चों के लिए आयोजित की गई। जिसमें प्रदेशभर से 83 बच्चों ने प्रतिभाग किया। बच्चों के लिए भोजन व यात्रा व्यय व्यवस्था की व्यवस्था बाल कल्याण परिषद द्वारा की गई।
परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ आईएस पाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन को सफल बनाने के लिए माता-पिता के साथ ही गुरुजनों का सम्मान करें। आगे बढ़ने के लिए उनकी कही गई बातों पर अमल करें। उन्होंने कहा कि जीवन में कला की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। विचारों व कल्पनाओं को निखारने में इस प्रकार की प्रतियोगिताएं अहम होती हैं। स्वच्छता हमारे जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, हम साफ रहेंगे तो स्वस्थ होंगे और स्वस्थ मन से हमारा मस्तिष्क, हमारी सोच को विकसित करने में मददगार साबित होगा।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए महासचिव पुष्पा मानस ने कहा कि सामान्य बच्चों के साथ ही शारीरिक व मानसिक रूप से अक्षम बच्चों द्वारा बनाई गई पेन्टिंग्स मुख्य रूप से आकर्षक रहीं। उन्होंने बताया कि चित्रकला मानव जीवन की महत्वपूर्ण विधा है, जो अद्वितीय प्रतिभा से अपनी कल्पनाओं को ब्रश और रंगों से मूर्तरूप देकर ऐसी कला का सृजन करते हैं, जिसे देखकर मन स्वतः ही आत्म विभोर हो जाता है। बाल-मन में चित्रकला के प्रति रुचि पैदा करने और उनके अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को निखारने के लिए उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद प्रतिवर्ष विभिन्न वर्गों में प्रतियोगिता आयोजित करती है। खास बात यह है कि परिषद प्रतियोगिता में सामान्य वर्ग के साथ-साथ शारीरिक व मानसिक अक्षमता के छात्र-छात्राओं को विशेषकर मौका देती है।
सामान्य वर्ग के विभिन्न आयु वर्ग में: ग्रीन(5-8वर्ष), व्हाइट(9-12वर्ष) व ब्लू (13-16वर्ष) बच्चे भाग लेते हैं, जबकि विशेष वर्ग में दो कैटेगरी येलो ग्रुप (5-10वर्ष) व रेड ग्रुप (11-18 वर्ष), जिसमें बहु-अक्षमता, मानसिक अक्षमता, दृष्टिबाधितार्थ व मूकबधिर बच्चों को शामिल किया जाता है। ON SPOT प्रतियोगिता में बच्चे विद्यालय, ब्लॉक व जनपद स्तर से चयनित होकर राज्य स्तर पर भाग लेते हैं, प्रत्येक वर्ग के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर आने वाले बच्चों की पेंटिंगस राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय बाल कल्याण परिषद दिल्ली भेजे जाते हैं, जहां पर देश भर से संकलित पेंटिंग्स का मूल्यांकन किया जाता है।
चयनित बच्चों को 18 वर्ष पूर्ण होने अथवा 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने तक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम, द्वितीय, तृतीय व सांत्वना स्थान पर आने वाले बच्चों को क्रमश ₹5000, ₹3000, ₹2000 व ₹500 की नकद धनराशि, चांदी का मेडल तथा प्रमाण पत्र भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली द्वारा दिया जाता है, इसके साथ ही रेलवे का द्वितीय श्रेणी स्लीपर का किराया व आवास व भोजन की निःशुल्क व्यवस्था होती है।
परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ आईएस पाल, महासचिव पुष्पा मानस, पूर्व महासचिव बीके डोभाल, सयुंक्त सचिव कमलेश्वर भट्ट, कोषाध्यक्ष डॉ आशा श्रीवास्तव, कांता प्रसाद सती, कुसुम कुठारी, सुमन तिवाड़ी, सत्येन्द्र तिवाड़ी, गीतांजलि, विपिन खत्री, कल्पना रावत, सारिका, सत्येन्द्र भण्डारी, भूपेन्द्र चौधरी, अल्पना, ज्योसि जोसफ, अंजुम, ललिता दास, वन्दना, वनिता आदि ने बच्चों की प्रतिभा को सराहते हुए शुभकामनाएं दीं। विजेता प्रतिभागियों को कल (26 अप्रैल) को राज्यपाल पुरस्कृत करेंगे।
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