December 24, 2024

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विधानसभा सत्र: पहले दिन 11 विधेयक और 5440 करोड़ का अनुपूरक बजट हुआ पेश

-प्रश्नकाल में विपक्ष के विधायकों ने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर सवाल पूछे। विपक्ष की ओर से राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर नियम 310 में उठाए गए कार्य स्थगन प्रस्ताव पर सत्र में नियम-58 में चर्चा की जाएगी।

उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज (मंगलवार) से शुरू हो गया है। सत्र पांच दिसंबर तक चलेगा। सत्र के पहले दिन सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 फीसदी क्षैतिज आरक्षण को लेकर उत्तराखंड लोक सेवा (महिलाओं के क्षैतिज आरक्षण) विधेयक 2022 समेत 11 विधेयक सदन में पेश किए गए। साथ ही 5440.43 करोड़ का अनुपूरक बजट भी सीएम धामी और वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पेश किया। पेश विधेयक बुधवार को पास होंगे।

विधायक सुमित हृदयेश और मयूख महर के दो प्रश्नों को स्थगित करने से विपक्ष नाराज दिखा। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने विस अध्यक्ष से उनके प्रश्नों को जोड़ने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रश्नों को केंद्रीय विषय होने के आधार पर निरस्त किया गया है। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सड़क और परिवहन केंद्रीय सूची के विषय नहीं बल्कि समवर्ती सूची का विषय है यानी सड़क के मामले में केंद्र व सरकार की जिम्मेदारी है। राज्य में इन सड़कों में से अधिकांश की निर्माण व रखरखाव हमारे विभाग कर रहे हैं। ऐसे में इसे केंद्रीय विषय नहीं कहा जा सकता।

वन मंत्री सुबोध उनियाल नहीं दे पाए संतोषजनक जवाब

प्रश्नकाल में विपक्ष के विधायकों ने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर सवाल पूछे। विपक्ष की ओर से राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर नियम 310 में उठाए गए कार्य स्थगन प्रस्ताव पर नियम-58 में चर्चा की जाएगी। सदन में भाजपा के मंत्री ने अपनी ही सरकार को परेशानी में डाल दिया। विकासनगर से बीजेपी विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने वन गुजर को लेकर प्रश्न पूछा, जिस पर वन मंत्री सुबोध उनियाल संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।

प्रीतम सिंह ने विशेषाधिकार हनन का मुद्दा उठाया

झबरेडा विधायक नरेंद्र ने इकबालपुर नहर परियोजना का मामला उठाया। प्रतापनगर विधायक विक्रम सिंह नेगी ने टिहरी झील में फैली गंदगी को हटाने पर सवाल किया। विधायक संजय डोभाल ने वन प्रभागों में दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों का मामला उठाया। उन्होने कहा कि मजदूर वर्षों से कम मानदेय पर काम कर रहे हैं। इन मजदूरों को नियमित होना चाहिए। वहीं, कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने विशेषाधिकार हनन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि विधायकों के विशेषाधिकार हनन पर सरकार गंभीर नहीं है। संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा, हम चाहते हैं कि सभी सदस्यों का मान सम्मान बना रहे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा परीक्षण करने के बाद ही निर्णय लेंगे।

गढ़वाली-कुमाऊंनी जौनसारी बोली को लेकर सरकार से सवाल पूछा

कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत राजाजी रिजर्व पार्क में गुजरों के पशुओं को चुगान और लोपिंग के परमिट का मामला उठाया। हल्द्वानी विधायक सुमित हृदेश ने नैनीताल जिले में टूटी सड़कों व क्षतिग्रस्त पुलों का मामला उठाया। विधायक प्रीतम पंवार ने गढ़वाली-कुमाऊंनी जौनसारी बोली को लेकर सरकार से सवाल पूछा। प्रश्नकाल के बाद पूर्व मंत्री केदार सिंह फोनिया के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त गई।

विधायक तिलकराज बेहड़ विधानसभा में धरने पर बैठे

सत्र शुरू होने से पहले ही किच्छा में कानून व्यवस्था को लेकर विधायक तिलकराज बेहड़ विधानसभा में धरने पर बैठ गए। बेहड़ ने कहा कि किच्छा में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है। गुंडा गर्दी से लोग खौफजदा हैं। किसानों का शेषण हो रहा है। सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।

शीतकालीन सत्र अच्छे ढंग से चलेगा

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने सभी विधायकों से सदन की गरिमा बनाने के लिए शब्दों व आचरण का ध्यान रखने की अपील की। उन्होने शांतिपूर्ण माहौल में जनहित के मुद्दों पर स्वस्थ चर्चा कर सरकार तक बात पहुंचाने का आग्रह किया। विधानसभा अध्यक्ष ने 228 कर्मियों को बर्खास्त करने के बाद स्टाफ की कमी के सवाल पर कहा कि विधानसभा सचिवालय में 182 कर्मचारी तैनात हैं। सदन चलाने के लिए अनुभवी टीम है। उन्हें 2000 से सदन चलाने का अनुभव है। मुझे अपने स्टाफ पर पूरा विश्वास है कि शीतकालीन सत्र भी अच्छे ढंग से चलेगा।

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