December 24, 2024

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भैया दूज पर विशेष: यम द्वितीया दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक

भैया दूज पर विशेष: यम द्वितीया दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक

-२७ अक्टूबर गुरुवार को मध्याह्न काल यम द्वितीया तिथि में भ्रातृ द्वितीया का पर्व मनाया जाएगा।

कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यम द्वितीया या भातृद्वितीया (भैयादूज) के नाम से जाना जाता है। शास्त्र के अनुसार यह अपराह्न व्यापिनी कार्तिक शुक्ल द्वितीया के दिन मनाई जाती है यथा :-
‘उर्जे शुक्ल द्वितीया यामपराह्नेऽर्चयेद् यमम्’ (स्कन्द पुराण)

‘कार्तिक शुक्ल द्वितीया यम द्वितीया, सा पूर्वविद्धा अपराह्न व्यापिनी ग्राह्या’ ( तिथि निर्णय भट्टोजिदीक्षित )

‘इय (द्वितीया) पूर्वेद्युरेवापराह्नव्याप्तौपूर्वा (धर्मसिन्धु)
शास्त्र के अनुसार भाईदूज अपराह्नव्यापिनी कार्तिक शुक्ल द्वितीया के दिन मनानी चाहिए।

उक्त शास्त्रीय प्रमाणों के आलोक में कतिपय पंचांग कर्ताओं ने यम द्वितीया (भैयादूज ) का पर्व अपराह्न २ बजकर ४३ मिनट के पश्चात २६ अक्टूबर २०२२ बताया है। साथ ही यह भी लिखा गया है कि २७ अक्टूबर को यम द्वितीया (भया दूज) दोपहर १२ बजकर ४६ मिनट तक रहेगी। अतः २७ अक्टूबर गुरुवार को मध्याह्न काल यम द्वितीया तिथि में भ्रातृ द्वितीया का पर्व मनाया जाएगा।

भैया दूज के सम्बन्ध में भारत सरकार की ओर प्रकाशित राष्ट्रीय पंचांग में यम द्वितीया (भ्रातृ द्वितीया) का पर्व २७ अक्तूबर को अंकित होने से भैयादूज का राजकीय अवकाश भी २७ अक्तूबर को घोषित हुआ है। अतः एक राष्ट्र एक पर्व के सिद्धांत के अनुसार हमें राष्ट्रीय पंचांग का सम्मान करते हुए, व्रत व पर्वों की एकरूपता के दृष्टिकोण से भैयादूज २७ अक्टूबर को ही मनाया जाना चाहिए।

एकरूपता के दृष्टिकोण से राष्ट्रीय पंचांग के अनुसार ही मै भैया दूज पर्व मनाने का निवेदन करता हूं। अतः यम द्वितीया (भैयादूज ) २७ अक्तूबर को मनाया जाना उचित होगा।

(डॉ. राजेन्द्र प्रसाद बहुगुणा)

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