-एसएसपी ने बताया कि पांचों आरोपियों ने वारदात को स्वीकारा है। घटना में प्रयुक्त बाइक और अल्टो कार भी बरामद कर ली गई है। साथ ही पांचों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
मां-बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। महिला से बाइक सवार आरोपी ने दुष्कर्म किया था। इसके बाद कार सवार चार लोग महिला और उसकी बेटी को जबरन कार में डालकर ले गए और दोनों से सामूहिक दुष्कर्म किया। साथ ही मंगलौर बाईपास किनारे खेतों में फेंककर फरार हो गए। पुलिस ने बाइक सवार और कार सवार चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त बाइक व कार बरामद कर ली है। साथ ही पांचों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
सिविल लाइंस कोतवाली में एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने प्रेस वार्ता कर घटना का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि एक आरोपी महक सिंह उर्फ सोनू निवासी इमलीखेड़ा थाना कलियर ने 24 जून की रात महिला व उसकी बेटी को रुड़की से कलियर छोड़ने की बात कही थी। वह दोनों को बाइक में बैठाकर सोलानी नदी पुल के पास सुनसान रास्ते में ले गया था, जहां उसने महिला को डरा धमकाकर दुष्कर्म किया। इस बीच वहां से एक सफेद रंग की अल्टो कार निकली, जिसमें चार लोग सवार थे। उन्होंने जबरन महिला और छह साल की बच्ची को कार में बैठा लिया था। इस पर किसी किसान संगठन का झंडा लगा था। इसके बाद वह महिला और बच्ची को कोर कॉलेज से मंगलौर बाईपास किनारे एक खेत में ले गए थे, जहां पर चारों ने महिला और बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद चारों महिला व बच्ची को खेत में ही फेंककर फरार हो गए।
एसएसपी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे में आरोपी महक सिंह महिला और बच्ची को ले जाते हुए कैद हो गया था। शिनाख्त के बाद उसको गिरफ्तार किया गया। उसने कार का नंबर पुलिस को बताया। नंबर के आधार पर जांच की तो पता चला कि कार राजीव उर्फ विक्की तोमर निवासी ग्राम बेलडा थाना भोपा मुजफ्फरनगर के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस ने आरोपी राजीव तोमर को मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि घटना में ग्राम बेल्डा निवासी सुबोध, साल्हापुर थाना देवबंद सहारनपुर निवासी सोनू व जगदीश भी शामिल थे। पुलिस ने तीनों को सहारनपुर और मुफ्फरनगर से गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि पांचों ने वारदात को स्वीकारा है। घटना में प्रयुक्त बाइक और अल्टो कार भी बरामद कर ली गई है। साथ ही पांचों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद चल पाया घटनास्थल की सच्चाई का पता
एसएसपी ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने महिला से जानकारी लेनी चाही तो वह बदहवास हालत में थी। महिला ने सोनू निवासी रुड़की का नाम बताया था। साथ ही महिला बार-बार कलियर से रुड़की आने की बात बता रही थी। जबकि, वह घटना के समय रुड़की से कलियर जा रही थी। महिला ने ही दुष्कर्म के घटनास्थल की जानकारी दी थी। वह सामूहिक दुष्कर्म के घटनास्थल की सही जानकारी नहीं दे पाई थी। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सामूहिक दुष्कर्म के घटनास्थल की सच्चाई का पता चल पाया।
सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला
पुलिस/रुड़की सीआईयू की टीम ने घटनास्थल के खुलासे के लिए रुड़की और आसपास क्षेत्र में सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला था। साथ ही घटनास्थल के आसपास मोबाइल नंबरों की जानकारी जुटाने के लिए टावर डंप का सहारा लिया था। एसएसपी ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए टीम को डीआईजी की ओर से 50 हजार और उनकी ओर से 25 हजार इनाम की घोषणा की गई है।
ब्लाइंड केस के राज से उठ पाया पर्दा
मां-बेटी के साथ हुए ब्लाइंड केस के खुलासे के लिए रुड़की पुलिस, सीआईयू रुड़की, बहादराबाद एसओ, झबरेड़ा एसओ और कलियर एसओ को लगाया गया था। पुलिस पिछले छह दिनों से लगातार पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में डेरा डाले थे। छह दिन बाद आखिरकार पुलिस को सफलता मिली और ब्लाइंड केस के राज से पर्दा उठ पाया।
ये रहे पुलिस टीम में शामिल
सीओ रुड़की विवेक कुमार, सीओ मंगलौर पंकज गैराला, कोतवाली प्रभारी देवेंद्र सिंह चौहान, एसओ संजीव थपलियाल, एसओ नितेश शर्मा, एसओ मनोहर सिंह भंडारी, एसआई संजय नेगी, एसआई करुणा रौंकली, संजय पूनिया, सिपाही मनोज कुमार, रविंद्र राणा, प्रेम सिंह, नूरहसन, जमशेद और प्रदीप, रामवीर सिंह, लक्ष्मी प्रसाद, लईम अहमद, सोनू, संजय, राहुल, स्वीटी, गुलशन, उत्तम सिंह।
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