वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ
देहरादून,उत्तराखंड

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घनाक्षरी
कुसुम सनातन के, कुसुमित हुए फिर
विराज रहे पावन, अवध में राम जी
सरयू भी गान करे, कण कण मान करे
मिलकर बोल रहे, सब राम राम जी
सदियों से अवध में, दे रहे हैं पहरा जो
भक्त हनुमान बोलें, राम राम राम जी
धरा से अम्बर तक, लहराए धर्म ध्वज
गूंज रहा नारा राम, राम राम राम जी।
10/04/2022


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