-देहरादून शहर के अन्दर जाम से निबटने के लिए शहर के चारो ओर एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाय। इसके लिए जन सर्वेक्षण कराकर पीडब्लूडी, स्मार्ट सिटी, नगर-निगम, पुलिस विभाग के सुझाव लेकर शीघ्र कदम उठाने की भी मांग की गयी है।
(Uttarakhand Meemansa news)। संयुक्त नागरिक संगठन की ओर से शहरी विकास मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल को पत्र भेजा गया है। पत्र में बताया गया है कि शहर के चारों ओर एक्सप्रेस-वे बनाने की तैयारी हो रही है। परन्तु इसका लाभ आमजन को नही मिलेगा। देहरादून शहर के अन्दर जाम से निबटने के लिए शहर के चारो ओर एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाय।
पत्र में बताया गया है कि शहर के अन्दर की सडको पर रोज लगते ट्रैफिक जाम से निबटने और बाहरी राज्यो के पर्यटको की सुविधा के लिए बनने वाले राजधानी देहरादून शहर के चारों ओर 82 किलोमीटर का एक्सप्रेस-वे का निर्माण 2500 करोड़ की लागत से किया जाना है। इसके अलावा मोहनड से आशारोड़ी तक दिल्ली एक्सप्रेस-वे भी बन रहा है। यहां से बाहरी ट्रैफिक को शहर के बाहर बाहर गुजारने के लिए आशारोडी से शहर का नया एक्सप्रेस-वे शुरू होगा, जो पहले चरण में 12 किलोमीटर बड़ोंवाला झाझरा तक बनेगा, वहां से आगे यह मसूरी रोड पर मिलेगा।
आगे बढ़ते हुए यह सहस्त्रधारा रोड होकर रायपुर, हरावाला से हरिद्वार हाईवे पर मिलेगा। फिर इसके बाद यहां से नया रूट डेवलप होगा जो आशारोडी पर आकर दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर मिलेगा। मसूरी सहस्त्रधारा के ट्रैफिक को शहर में दाखिल न होना पड़े, इसके लिए ही एक्सप्रेस-वे को शहर के चारों ओर बनाने की तैयारी हो रही है। परन्तु इसका लाभ आमजन को नही मिलेगा। क्योंकि, शहर में हर साल वाहनों का दबाव बढ़ रहा है।
दून में 15,00,000 से ज्यादा वाहन रजिस्टर
दून मे लगभग 15,00,000 से ज्यादा वाहन रजिस्टर हो चुके हैं। अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में वाहन यहां आते हैं और आमजन जो शहर के भीतर मुख्य केंद्रों के आसपास के क्षेत्रों में, कालोनियो, मलिन बस्तियों, गलियों में भी रहते हैं। अनेक कारणो से शहर के भीतर ही एक स्थान से दूसरे कोने तक अपने निजी या सार्वजनिक वाहनों से जाते है। इनमे आमजन के साथ पर्यटक,भी होते है। इसलिए ट्रैफिक दबाव की समस्या से उपरोक्त नए एक्सप्रेस-वे के निर्माण से स्थानीय नागरिको को कोई फायदा नहीं होने वाला है।
इन सड़कों पर प्रायः समस्या
वास्तव में यहां पर जिन सड़कों पर प्रायः समस्या हो रही है, उनमे घंटाघर से लेकर प्रिंस चौक, सहारनपुर चौक होते हुए निरंजनपुर मंडी और घंटाघर से होते हुए प्रिंसचौक, आराघर, मसूरी डायवर्जन तक, दूसरी ओर घंटाघर से सर्वेचौक होते हुए रायपुर तक और घंटाघर से सीधे मसूरी डायवर्जन तक, घंटाघर से किशननगर तक शामिल है। इसलिए जाम के झाम से निबटने के लिए चारो ओर एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाय। इसके लिए जन सर्वेक्षण कराकर पीडब्लूडी, स्मार्ट सिटी, नगर-निगम, पुलिस विभाग के सुझाव लेकर शीघ्र कदम उठाने की भी मांग की गयी है।
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