धराली व हर्षिल में आई भयानक आपदा के बाद बचाव व राहत कार्यों में खराब मौसम फिर से बाधा बना। रविवार को बारिश से कई बार मातली व चिन्यालीसौड़ हेलिपैड से रेस्क्यू में लगे हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए। मौसम खुलने के बाद सेना के एमआई-17 व निजी हेलिकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाने के साथ ही फंसे लोगों को निकाला गया। अब तक 1273 फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
उत्तराखंड मीमांसा न्यूज (ब्यूरो)। धराली आपदा में जिंदगी की तलाश जारी है। आपदा को एक हफ्ता हो गया है। वहीं, मौसम की चुनौती के बीच आज रेस्क्यू के लिए सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व जिला प्रशासन ड्रोन और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटी हैं।
उत्तरकाशी को हर्षिल से जोड़ने वाले पुल का पुनर्निर्माण किया गया है। इससे पांच अगस्त को उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के बाद मशीनरी और राहत सामग्री की आसान आवाजाही हो सकेगी। बारिश होने के कारण धराली क्षेत्र के लिए हेली रेस्क्यू अभियान शुरू नहीं हो पाया है। मौसम खराब होने की वजह से यहां हेली नहीं नहीं चल पा रही है।
सिंचाई विभाग हर्षिल में बनी कृत्रिम झील से पानी की निकासी रास्ता बनाने का काम मैनुअल करने की तैयारी में है। सिंचाई विभाग के अधिकारी और श्रमिक आज हेलिकाप्टर के माध्यम से हर्षिल जाएंगे। अधिकारियों को वहीं पर कैंप करने का भी निर्देश दिया गया है। वहीं, झील पर जल निकासी का कार्य करने के लिए यूजेवीएनएल की टीम भी हर्षिल पहुंच गई है।
धराली में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला
धराली में पुलिस ने खोज और बचाव अभियान का दूसरा चरण शुरू कर दिया है। इसके लिए आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी को इंसीडेंट कमांडर और कमांडेंट एसडीआरएफ अर्पण यदुवंशी को डिप्टी कमांडर बनाया गया है। धराली में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अब लापता लोगों की तलाश की जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी स्वयं कर रहे बचाव व राहत कार्यों की निगरानी
धराली आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत व बचाव अभियान जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं बचाव व राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। आपदा के छठे दिन भी हेलिकॉप्टर के माध्यम से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रसद व अन्य सामग्री पहुंचाई है। सुबह के समय मौसम खराब होने से कारण हेली से रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा आई। मौसम साफ होने के बाद पौने दस बजे के बाद मातली, चिन्यालीसौड़ से हेलिकॉप्टरों से खाद्य व अन्य राहत सामग्री हर्षिल पहुंचाई गई। सेना के एमआई-17 व चीता हेलिकॉप्टर से राहत सामग्री भेजने के साथ फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। रविवार को अपराह्न तीन बजे उत्तरकाशी क्षेत्र में तेज बारिश होने के चलते रेस्क्यू कार्य रोकना पड़ा। आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को 150 फंसे लोगों को निकाला गया। इन्हें मिलाकर 1273 लोगों को निकाला जा चुका है।


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