-मालविका मित्रा ने भारतीय राष्ट्रीय मिलिट्री कॉलेज में बेटे का एडमिशन के लिए दो बार आवेदन किया था। दोनों बार अलग जन्मतिथि दर्शाई गई। मामला उजागर होने पर मालविका मित्रा की गिरफ्तारी हुई।आरआईएमसी में फर्जीवाड़े का यह चौथा मामला है।
भारतीय राष्ट्रीय मिलिट्री कॉलेज (आरआईएमसी) में दाखिले में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। एडमिशन के लिए बेटे के जन्म प्रमाण पत्र में हेर-फेर करने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
इंस्पेक्टर कैंट विनय कुमार ने बताया कि आरआईएमसी के ले. कर्नल एडमिनिस्ट्रेशन संदीप शंकर ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि प्रतापगढ़ नाडिया वेस्ट बंगाल निवासी कैडेट अक्षत मित्रा निवासी ने मेरिट के आधार पर 24 जनवरी को आरआईएमसी में दाखिला लिया था। कैडेट के प्रमाण पत्र की जांच में पता चला कि उसके माता-पिता ने जो जन्म प्रमाण पत्र जमा किया। उसमें हेर-फेर किया गया है।
बताया गया कि कैडेट अक्षत मित्रा ने आरआईएमसी में दाखिले के लिए दो बार आवेदन किया था। पहली बार जुलाई 2021 में आवेदन किया था तो उसकी जन्मतिथि 25 नवंबर 2008 दर्ज थी। यह प्रमाण पत्र नगर पंचायत बख्सी का तालाब लखनऊ से बनवाया गया था। दूसरी बार अप्रैल 2022 में आवेदन किया तो उसके जन्म प्रमाण पत्र में जन्मतिथि 23 जनवरी 2010 दर्शाई गई थी। यह प्रमाण पत्र ग्राम पंचायत देवग्राम जिला नाडिया से बनवाया गया था। दोनों एडमिशन फाॅर्म में कैडेट अक्षत मित्रा की मां मालविका मित्रा के हस्ताक्षर हैं।
शिकायत के बाद कैंट पुलिस ने कैडेट की मां मालविका मित्रा के खिलाफ प्रमाण पत्रों में हेर-फेर कर एडमिशन कराने का मुकदमा दर्ज किया। जांच के बाद पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
More Stories
महापौर चुनाव : दून में राजीव महर्षि पर दांव लगा सकती है कांग्रेस, आज किया आवेदन
नगर निकाय चुनाव की तैयारियों में तेजी, इसी सप्ताह जारी होगी चुनावी अधिसूचना
भ्रष्टाचार और मणिपुर हिंसा को लेकर कांग्रेसियों ने किया राजभवन कूच