–कनाडा के चार्ली रास और हरिद्वार की प्राची शर्मा एक-दूसरे को प्यार करते थे। बुधवार को ऋषिकेश के तपोवन में नीमबीच के तट पर चार्ली और प्राची ने अग्नि को साक्षी मानकर विवाह कर लिया।
भारतीय संस्कृति और रीति-रिवाजों से प्रभावित कनाडा का चार्ली रास अपनी उत्तराखंडी दुल्हनिया हरिद्वार की प्राची शर्मा को ब्याहने ऋषिकेश पहुंचा। दोनों ने तपोवन में गंगा किनारे सात फेरे लिए और सदा के लिए एक दूसरे के हो गए।
कनाडा के चार्ली रास और हरिद्वार की प्राची शर्मा एक-दूसरे को प्यार करते थे। बुधवार को ऋषिकेश के तपोवन में नीमबीच के तट पर चार्ली और प्राची ने अग्नि को साक्षी मानकर विवाह कर लिया। प्राची कनाडा में कॉरपोरेट कंपनी में मैनेजर है। जबकि, चार्ली कनाडा में डॉक्टर हैं। वह एक-दूसरे को लंबे समय से डेट कर रहे थे। दोनों ने भारतीय संस्कृति और रीति-रिवाज के साथ शादी करने का निर्णय लिया।
ऋषिकेश में शादी के लिए चार महीने पहले बुक करा लिया था होटल
प्राची हरिद्वार के शिवालिक नगर की रहने वाली हैं। कनाडा में उनकी मुलाकात चार्ली रास से हुई थी। लंबे समय तक मुलाकात के दौरान दोनों ने शादी करने का फैसला लिया। चार महीने पहले दोनों ऋषिकेश घूमने आए थे, तो चार्ली ने तपोवन के गंगा तट पर शादी की इच्छा जताई थी। उसी समय उन्होंने शादी के लिए तपोवन में होटल पैलेस बुक कर दिया था।
चार्ली को पसंद हैं भारतीय संस्कृति और रीति-रिवाज
चार्ली ने बताया कि उनको भारतीय संस्कृति और रीति-रिवाज बेहद पसंद हैं। इसीलिए उन्होंने भारतीय दुल्हन को अपनी जीवन सन्गिनी चुना। उनका भारत से नाता जुड़ा है, इससे चार्ली बेहद खुश हैं।
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