-कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की तबीयत खराब होने पर उन्हें दून अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, उन्हें निजी अस्पताल रेफर करना पड़ा। इसकी वजह थी कि अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ ही नहीं है।
(Uttarakhand Meemnasa News)। कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की तबीयत खराब होने पर उन्हें दून अस्पताल ले जाया गया। जहां हृदयरोग विशेषज्ञ नहीं होने पर उन्हें निजी अस्पताल रेफर करना पड़ा। दरअसल, दून अस्पताल समेत राजधानी के तमाम सरकारी अस्पतालों में हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं हैं। दून अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक व वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर केसी पंत का कहना है कि चारधाम यात्रा पर होने की वजह से फिलहाल यहां कोई हृदयरोग विशेषज्ञ तैनात नहीं है, जिससे दिक्कत आ रही है।
विधानसभा सत्र (मंगलवार) के दौरान कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की अचानक तबीयत खराब हो गई, उन्हें आनन-फानन दून अस्पताल लाया गया। लेकिन, अस्पताल में हृदयरोग विशेषज्ञ न होने से अस्पताल प्रबंधन को कैबिनेट मंत्री को निजी अस्पताल रेफर करना पड़ा। मुख्यमंत्री समेत कई मंत्री/विधायकों ने चिकित्सकों से मंत्री की कुशलक्षेम पूछी। अस्पताल की ओर से बताया गया है कि उनकी स्थिति सामान्य है।
मेडिकल कॉलेज में छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के साथ ही मरीजों के इलाज के लिए प्रोफेसरों, एसोसिएट और असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की जा सके, इसके लिए साक्षात्कार आयोजित किया जा रहा है। जल्द ही कई विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाएगी।
डॉ आशुतोष सयाना, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज
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