-उधमसिंहनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टीएस मंजूनाथ ने रविवार को रुद्रपुर में मामले पर से पर्दा उठाते हुए कहा कि पुलिस ने घटना के बाद मामला दर्ज कर चारों आरोपियों को जेल भेज दिया।
(Uttarakhand Meemansa news)। उत्तराखंड के उधमसिंहनगर में पुलिस ने 10 साल से फरार उस 10 नंबरी बाप को गिरफ्तार कर लिया, जिसने अपने दो बेटों को अपराध से बचाने के लिए अदालत की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की। हालांकि, वह अपनी चाल में सफल नहीं हो पाया और 10 हजार का इनामी अपराधी बन गया।
यह कहानी है मूल रूप उप्र के कासगंज ढोलना के चकेरी गाँव के रहने वाले अनिल कुमार उर्फ खुशालपाल सिंह की। उधमसिंहनगर के रुद्रपुर में रहते हुए आरोपी के तीन बेटों लोकेन्द्र, कपिल व जितेन्द्र ने ट्रांजिट कैम्प थाना के होली चौक के पास अपने साथी दीपक बिष्ट के साथ मिलकर दो लोगों को चाकुओं से बुरी तरह से गोद दिया। इनमें से गौरव अरोड़ा की मौत हो गई थी। जबकि, मनोज पंत को 186 टांके आए थे।
उधमसिंहनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टीएस मंजूनाथ ने रविवार को रुद्रपुर में इस मामले पर से पर्दा उठाते हुए कहा कि पुलिस ने इस घटना के बाद मामला दर्ज कर चारों आरोपियों को जेल भेज दिया। शातिर दिमाग अनिल कुमार सिंह उर्फ खुशालपाल सिंह ने यहीं से चाल चली और अपने दो बेटों कपिल व जितेन्द्र को अपराध से बचाने के लिये फर्जी दस्तावेज तैयार कर नाबालिग घोषित कर दिया। हालांकि, अदालत में पोल खुल गयी और दस्तावेजों के परीक्षण के बाद वह चाल में सफल नहीं हो पाया।
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