मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई में पता चला कि केंद्र का संचालन नितिन कुमार के नाम पर हो रहा था। कार्रवाई में पता चला कि सर्प विष संग्रहण केंद्र संचालक को ज्वालापुर में एक वर्ष के लिए सशर्त अनुमति मिली थी जो दिसंबर 2023 में समाप्त हो चुकी है। वर्तमान में उनके पास कोई वैध अनुमति नहीं थी।
उत्तराखंड मीमांसा न्यूज (ब्यूरो)। वन विभाग की टीम ने मंगलवार को ग्राम खंजरपुर में अवैध रूप से संचालित सर्प विष संग्रहण केंद्र पर छापा मारकर 70 कोबरा और 16 रसल वाइपर को कब्जे में लिया। दोनों प्रजातियां वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 (संशोधित 2022) की अनुसूची-1 में संरक्षित हैं। मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई में पता चला कि केंद्र का संचालन नितिन कुमार के नाम पर हो रहा था।
नितिन कुमार को दिसंबर 2022 में ग्राम बिशनपुर ज्वालापुर में एक वर्ष के लिए सशर्त अनुमति मिली थी जो दिसंबर 2023 में समाप्त हो चुकी है। वर्तमान में उनके पास कोई वैध अनुमति नहीं थी। छापे के दौरान केंद्र के प्रतिनिधि विष्णु की मौजूदगी में कार्रवाई की गई। विभाग ने सभी सांपों को कब्जे में लेकर भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
कार्रवाई में हरिद्वार वन प्रभाग के उप प्रभागीय वनाधिकारी रुड़की सुनील बलूनी, वन क्षेत्राधिकारी रुड़की विनय राठी, राजाजी टाइगर रिजर्व के उप निदेशक/वन्यजीव प्रतिपालक अजय लिंगवाल, सुरक्षा बल व पीपुल फॉर एनिमल्स संस्था के प्रतिनिधि मौजूद रहे।


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