December 24, 2024

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अंकिता हत्याकांड: फेसबुक फ्रेंड की वजह से खुला राज, नहीं तो कामयाब हो जाते आरोपी

-वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी कर रही अंकिता भंडारी पांच दिन से लापता थी।

उत्तराखंड के ऋषिकेश में पांच दिन से लापता अंकिता भंडारी का शव शनिवार को नहर से बरामद हो गया। इसके साथ ही हत्या की पूरी कहानी भी खुल गई है। हत्या की यह कहानी अंकिता के फेसबुक फ्रेंड की वजह से खुली। यदि फेसबुक फ्रेंड जम्मू से ऋषिकेश आकर पुलिस व परिजनों को नहीं बताता तो अंकिता हत्याकांड को छुपाने में आरोपी कामयाब हो जाते।

आरोपियों ने जुर्म छिपाने के लिए शातिराना अंदाज से साजिश रची थी। लेकिन, अंकिता के एक दोस्त के जरिए मामला खुल गया। दरअसल, फेसबुक के जरिए अंकिता की दोस्ती जम्मू में नौकरी करने वाले पुष्प से हुई थी। घटना के अगले ही दिन पुष्प ऋषिकेश पहुंचा। उसने अंकिता के परिजनों और पुलिस को बताया कि घटना की रात उसकी अंकिता से बात हुई थी। अंकिता ने कहा था कि वह फंस गई है। उसने यह भी कहा कि रिसॉर्ट संचालक और मैनेजर ने उस पर ग्राहकों से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बना रहे हैं। इसके बाद ही पुलिस हरकत में आई।

अलकनंदा किनारे आज होगा अंतिम संस्कार

गौरतलब है कि शनिवार को ऋषिकेश एम्स में अंकिता के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। 3 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। अंकिता का शव देर शाम ऋषिकेश से श्रीनगर पहुं गया था। अलकनंदा किनारे आज अंतिम संस्कार होगा। एसडीएम अजय वीर सिंह ने बताया कि घाट पर दाह संस्कार के इंतजाम कर दिए गए हैं। 5 दिन से लापता अंकिता की चीला नहर में धकेल कर हत्या की गई, यह खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर रिसॉर्ट के संचालक पूर्व दर्जाधारी (राज्य मंत्री) के बेटे रिसॉर्ट संचालक पुलकित आर्य व उसके दो मैनेजरों को गिरफ्तार किया है।

आरोपी रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने ही दर्ज करवाई थी गुमशुदगी

चीला नहर में धक्का दिए जाने की बात पता चलने पर पुलिस ने अंकिता का शव तलाशने के लिए एसडीआरएफ की मदद ली। नहर का पानी बंद कराया गया। लेकिन, शुक्रवार शाम तक शव बरामद नहीं मिला था। शनिवार सुबह शव बरामद हुआ। एएसपी कोटद्वार शेखर सुयाल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट निवासी अंकिता भंडारी (19) वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। वह गत 18 सितंबर से लापता थी। रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने उसकी गुमशुदगी राजस्व पुलिस चौकी में दर्ज कराई थी।

हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उगल दिया राज

गुरुवार तक अंकिता का कुछ भी पता नहीं चला। इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर हुआ। जब पुलिस ने जांच की तो रिसॉर्ट के संचालक व उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई। रिसॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब 8 बजे अंकिता रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिसॉर्ट से गई थी। इसके बाद करीब 10:30 बजे ये तीनों ही रिसॉर्ट में लौटे। लेकिन, अंकिता उनके साथ नहीं थी। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने सारा घटनाक्रम को उगल दिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह अंकिता पर ग्राहकों से संबंध बनाने को कहते थे। यह बात अंकिता सबको बता रही थी।

पुलकित आर्य ने अंकिता को नहर में दिया था धक्का

आंकीट रिसॉर्ट की हकीकत सामने लाने की धमकी दे रही थी। इसको लेकर उनमें विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन दो अलग-अलग वाहनों पर चारों लोग चीला बैराज के पास गए। वहां पर उन्होंने फास्टफूड के साथ शराब पी। वह नहर किनारे रुक गए। यहां पर पुलकित व अंकिता का फिर झगड़ा हुआ। अंकिता ने पुलकित का मोबाइल छीनकर नहर में फेंक दिया। इस पर पुलकित को इतना गुस्सा आया कि उसने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। अंकिता ने दो बार पानी से ऊपर आकर बचाने की आवाज लगाई। लेकिन, तीनों वहां से भागकर रिसॉर्ट में आ गए। उन्होंने कर्मचारियों को बताया कि अंकिता अपने कमरे में है। तीनों आरोपी ही कुछ देर बाद राजस्व पुलिस चौकी में अंकिता की गुमशुदगी दर्ज कराने चले गए।

गुस्साए लोगों ने आरोपियों को नंगा कर पीटा

एएसपी ने बताया कि पूछताछ के बाद पुलकित आर्य (निवासी स्वदेशी भवन, आर्यनगर, ज्वालापुर हरिद्वार), अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता (निवासी दयानंद नगरी ज्वालापुर, हरिद्वार) व सौरभ भास्कर (निवासी सूरजनगर ज्वालापुर, हरिद्वार) को हत्या, साक्ष्य छुपाने आदि के आरोप में गिरफ्तार किया गया। हत्याकांड के आरोपियों को लेकर कोटद्वार कोर्ट जा रही जीप को गंगा भोगपुर के आक्रोशित लोगों ने रोक लिया। लोगों ने जीप के शीशे तोड़कर आरोपियों के कपड़े फाड़ दिए और उनकी जमकर पिटाई की।

रिसॉर्ट की कर्मचारी प्रियंका भी हुई थी गायब, नहीं चला पता

पुलिस पूछताछ में स्थानीय निवासी बिट्टू भंडारी ने बताया कि 7-8 साल पहले भी वनंत्रा रिसॉर्ट की कर्मचारी प्रियंका गायब हुई थी। रिसॉर्ट संचालक ने बताया था कि युवती रिसॉर्ट से सामान व पैसे लेकर भाग गई। ऊस युवती का भी आज तक कोई पता नहीं चला।

बेटी नौकरी कर परिवार की आर्थिक मदद करना चाहती थी

अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी बेटी की हत्या से टूट गए हैं। भंडारी ने थाने में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उनकी बेटी 28 अगस्त को वनंत्रा रिसोर्ट में नौकरी के लिए गई थी। उसे पुलकित आर्य और उसके दोस्तों ने मार दिया। जब तक बेटी के हत्यारोपियों को मौत की सजा नहीं मिलती, वह थाने से घर वापस नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी नौकरी कर परिवार की आर्थिक मदद करना चाहती थी। अंकिता की मां आंगनबाड़ी में काम करती हैं। उन्होंने बताया कि पारिवारिक परिस्थितियों को बदलने के लिए अंकिता ने नौकरी करने की ठानी थी। लेकिन, उसे मार दिया गया।

आरोपी पुलकित आर्य कार के अंदर से लोगों को दे रहा था गलियां

पूर्व दर्जाधारी का बेटे मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पर जब भीड़ घूंसे, पत्थर और चप्पल बरसा रही थी तो वह घबराने के बजाय उल्टा लोगों पर कार के अंदर से घूंसे मार रहा था। वह अंदर से ही गाली-गलौच भी कर रहा था। इससे भीड़ का गुस्सा और बढ़ गया। लोगों से पिटने के बाद भी उसके चेहरे पर डर व जुर्म का पछतावा नजर नहीं आ रहा था। पुलकित आर्य के पिता भाजपा नेता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है।

आरोपी के रिसॉर्ट पर सरकार ने चलाया बुलडोजर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर शुक्रवार आधी रात को अंकिता भंडारी की हत्या के आरोपी पुलकित के रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला दिया गया। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पौड़ी प्रशासन व पुलिस ने कार्रवाई की। आधी रात को ही पुलिस टीम ने आरोपी के रिसॉर्ट को ध्वस्त कर दिया।

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